वाराणसी — देव दीपावली एक ऐसा प्रकाश पर्व है जिसमें पावन भूमि काशी (वाराणसी) में माँ गंगा के किनारे उपस्थित समस्त घाट दीपमालाओं के प्रकाश से प्रकाशित हो उठते हैं एवं एक भव्यता को प्राप्त करते हैं। इसी दृश्य से लोग प्रफुल्लित हो उठे जब कार्तिक मास की पूर्णिमा की रात्रि को काशी के घाट लाखों दीपों की जगमगाहट से रोशन हो उठे।
इस अलौकिक दृश्य (असंख्य दीपों से रोशन काशी के घाट) का आनंद लेने के लिए घाटों पर देशी-विदेशी पर्यटक ही नहीं अपितु फ़िल्मी सितारे भी पहुंचे। काशी के सभी माँ गंगा घाटों के साथ-साथ वरुणा नदी के किनारे जगमगाते दीपों की रोशनी ने हर किसी को अपनी ओर आकर्षित किया।
देव दीपावली का महत्त्व तब और भी अधिक बढ़ गया जब दश्वाशमेध घाट स्थित गंगा सेवा निधि द्वारा शहीदों के लिए प्रतीकात्मक इंडिया गेट व अमर जवान ज्योति पर तीनों सेना की स्थानीय इकाइयों के अध्यक्षों ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
काशी में अस्सी घाट से लेकर गंगामहल घाट, तुलसी घाट, हरिश्चंद्र घाट, शीतला घाट, राजेन्द्रप्रसाद घाट, पंचगंगा घाट आदि समस्त प्रमुख घाटों पर शानदार आतिशबाज़ी का नज़ारा देखने को मिला। काशी के घाटों को 20 लाख से अधिक दीयों से सजाया गया।
अभिनेत्री सोनम कपूर को इस उपलक्ष में बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया था. “पहली बार गंगा आरती देखी, इस अद्भुत क्षण को कभी नहीं भूलूंगी। गंगा सेवा निधि का शुक्रिया जिसने मुझे यहाँ आमंत्रित किया,” उन्होंने कहा।
विशेष सन्दर्भ में राजेन्द्र प्रसाद घाट पर हुई भव्य गंगा महाआरती में भक्तों का समूह उमड़ पड़ा, जहाँ 21 ब्राह्मणों द्वारा मां गंगा की आरती संचालित हुई एवं रिद्धि-सिद्धि के रूप में 42 कन्याएं उपस्थित रहीं। चारों तरफ़ “हर हर महादेव” के उद्घोष के साथ लोग गंगा महाआरती के नयनाभिराम क्षण का आनंद लेकर एक अलग सुख का अनुभव कर रहे थे।
देव दीपावली पर जहां एक तरफ़ दीयों की रोशनी को अपनी आंखों में बसाने के लिए लाखों लोग घाटों पर उमड़ पड़े वहीं दूसरी तरफ विदेशी मेहमानों का समूह इस अलौकिक दृश्य को अपने कैमरे में क़ैद करने के लिए घाट किनारे दिखाई दे रहा था।
मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने गंगा घाटों के सुंदरीकरण के लिए 5 करोड़ रुपये की योजनाओं का ऐलान करते हुए घाटों एवं नौकाओं को एक रंग में रंगने की बात कही।
अस्सी घाट पर अनूप जलोटा और अनुराधा पौडवाल ने गीत गा कर इस सांस्कृतिक संध्या को और यादगार बना दिया।
इस मौक़े पर आतंकवाद के ख़िलाफ़ एकजुटता का सन्देश देने का सराहनीय प्रयास भी हुआ। तुलसी घाट पर पेरिस पर हुए आतंकी हमले की याद में संकट मोचन फ़ाउंडेशन और पूर्व-मध्य रेलवे की तरफ़ से तुलसी घाट पर बने ‘आइफ़ेल टावर’ की थ्री-डी रेप्लिका को दस हज़ार दीयों से सजाया गया एवं समस्त देशी-विदेशी परिदर्शकों ने आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस ‘आइफ़ेल टावर’ को काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग के डॉ. सुनील विश्वकर्मा के निर्देशन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के फ़ाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों ने बनाया था।
“इन घाटों पर हम रात के समय घूम रहे थे। देव दीपावली के समापन के पश्चात इन घाटों की यह दशा देखकर हमने इसे साफ़ करने का निर्णय लिया और इसकी सफ़ाई में लग गए, जिसमें हमें काशीवासियों का पूरा साथ मिला,” आस्ट्रेलिया से वाराणसी आए हुए जॉन अॅडम ने कहा। अमेरिका की रहने वाली एमांडा ने कहा, “विश्व में आतंकवाद एक बड़ी समस्या है। हाल ही में हुए फ्रांस में धमाकों ने हमें हिला कर रख दिया है।” इंग्लैंड की रहने वाली रोनेसिया ने कहा, “देव दीपावली के मौक़े पर काशी में हूं। आतंकवाद को जड़ से ख़त्म करने के लिए हमें एक जुट होना पड़ेगा।” गंगा सेवा निधि के सुशांत मिश्र ने बताया कि पेरिस में हुए आतंकवादी हमलों की वजह से देव दीपावली महाआरती देखने आने वाले पर्यटकों में कुछ कमी आयी है।
देव दीवावली अनुष्ठान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वच्छ भारत” अभियान का असर भी देखने को मिला। घाटों पर विदेशी मेहमानों द्वारा स्वच्छता अभियान संचालित किया गया। इस स्वच्छता अभियान में रशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, अमेरिका और लन्दन से आये मेहमान सहभागी बने।
त्यौहार हमें अपनी जड़ों से जोड़कर रखते हैं लेकिन गन्दगी से इस त्यौहार को झटका लगता है।
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