गुजरात का सूरत शहर पॉर्न फ़िल्मों का नया केंद्र बन गया है। मुंबई क्राइम ब्रांच को यह चौंकाने वाली जानकारी तनवीर हाशमी नामक अभियुक्त ने दी है। तनवीर को सूरत से ही 10 फरवरी को गिरफ़्तार किया गया। पॉर्न फ़िल्म रैकेट में यह नवीं गिरफ़्तारी थी।
एक अधिकारी के अनुसार पॉर्न फ़िल्मों की शूटिंग बंगलों में ही ज़्यादा होती है। मुंबई में बंगले अधिकतर मड आइलैंड में हैं। वहीं पर पिछले सप्ताह क्राइम ब्रांच ने रेड डाली थी और पॉर्न फिल्म की लाइव शूटिंग के दौरान पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। मड आइलैंड जैसी कुछ जगह छोड़कर बाकी पूरे शहर में फ़्लैट ही फ़्लैट ज़्यादा हैं। मड आइलैंड के बंगलों का किराया बहुत ज़्यादा है।
पॉर्न फ़िल्मों के रैकेट से जुड़े कई लोगों को यह किराया उनके बजट से परे है, इसलिए उन्होंने सूरत शहर और उससे बाहर कुछ बंगलों को मुंबई की तुलना में सस्ते रेंट पर ले लिया और फिर वहाँ मुंबई से मॉडल्स को बुलाकर नियमित शूटिंग होने लगी। 10 फरवरी को गिरफ़्तार तनवीर हाशमी भी ऐसे ही लोगों में से एक था।
गहना वशिष्ठ भी बनाती थी पॉर्न फ़िल्में
सीनियर इंस्पेक्टर केदारी पवार, लक्ष्मीकांत सालुंखे और धीरज कोली की जांच में यह बात सामने आई कि तनवीर Nuefliks OTT के लिए यह फिल्म बनाता था, जिसके अभी साढ़े चार लाख से ज्यादा कस्टमर हैं। Nuefliks के मालिक को क्राइम ब्रांच ने फरार दिखाया है। इस केस में गिरफ़्तार मॉडल-अभिनेत्री गहना वशिष्ठ भी इस फरार अभियुक्त के लिए फिल्म बनाती थी।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार गहना का खुद का भी एक OTT ऐप था, जिसके 67 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर्स थे। इस केस में जो पहली गिरफ़्तार यास्मीन खान नामक महिला की हुई है, उसका भी Hothit movies नाम का ऐप था। अभी तक की जांच में करीब 15 ऐसे ऐप्स सामने आए हैं, जिनमें सिर्फ पॉर्न फिल्में ही दिखाई जाती थीं। ऐसे ही एक ऐप के लिए झारखंड की एक लड़की से जबरन पॉर्न फिल्म करवाई गई, जिसकी शिकायत उसने मालवणी पुलिस में की है। उसका आरोप है कि उसे पॉर्न फिल्म न करने पर दस लाख रुपये का हर्जाना देने की धमकी दी गई थी।
OTT सब्सक्रिप्शन से मोटी कमाई
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार तनवीर, गहना और यास्मीन से पूछताछ से यह निष्कर्ष निकलकर आया कि एक पॉर्न फिल्म बनाने में करीब दो लाख रुपये का खर्च आता था। फिल्म की शूटिंग एक दिन में पूरी हो जाती, लेकिन उसकी एडिटिंग वगैरह में तीन -चार दिन लग जाता था। इसके बाद गहना और तनवीर अलग-अलग OTT प्लैटफॉर्म पर इन्हें दोगुने दाम में बेच देते थे। जिनको ये फिल्में बेची जातीं, उन्हें OTT सब्सक्रिप्शन से मोटी कमाई होती थी। इसलिए बाद में गहना और यास्मीन ने अपने-अपने OTT ऐप्स भी लॉन्च कर दिए।
ऑनलाइन होता था पेमेंट
जांच में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई। इस अवैध कारोबार में पेमेंट कैश से नहीं, ऑनलाइन होता था। झारखंड की जिस लड़की ने इस केस में एफआईआर की है, उसने भी बताया कि उसे उसके एक परिचित के अकाउंट में तीस लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। तनवीर हाशमी ने भी क्राइम ब्रांच को बताया कि वह जिस Nuefliks OTT के मालिक के लिए पॉर्न फिल्म बनाता था, वह उसे 50 प्रतिशत रकम अडवांस में उसके अकाउंट में ट्रांसफर करता था। बाकी का पेमेंट भी फिल्म के विडियो के ट्रांसफर होते ही ऑनलाइन अकाउंट में आ जाता था।
इस केस में गिरफ़्तार यास्मीन खान, प्रतिभा नलावडे, मोनू जोशी, भानू ठाकुर और मोहम्मद आतिफ सैफी को किला कोर्ट ने 10 फरवरी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अभिनेत्री गहना वशिष्ठ, उमेश कामत, शान बनर्जी और तनवीर हाशमी को 15 फरवरी तक कोर्ट ने पुलिस कस्टडी दी है। क्राइम ब्रांच ने इस केस में कई और गिरफ़्तारियों के संकेत दिए हैं।
You must log in to post a comment.