नई दिल्ली — पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रामशंकर कठेरिया शुक्रवार सुबह 9:30 बजे राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का कार्यभार संभालेंगे। उन्हें एससी आयोग अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव एल मुरूगन को आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इसकी मंज़ूरी बुधवार को दे दी थी।
इसके अलावा आयोग में 3 सदस्य के रामुलु, योगेंद्र पासवान और स्वराज विद्वान को सदस्य मनोनीत किया है।
कठेरिया को अगस्त 2014 में भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था। उसी साल अक्टूबर में उन्हें पार्टी की छत्तीसगढ़ एवं पंजाब इकाइयों का दायित्व दिया गया। नवम्बर में कैबिनेट में फेरबदल के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें मानव संसाधन मंत्रालय में राज्य मंत्री नियुक्त किया, जिस पद पर वो 6 जुलाई २०१६ तक रहे।
उत्तर प्रदेश के आगरा से बीजेपी सांसद कठेरिया को पिछले साल मंत्रिपरिषद से बाहर कर दिया गया था। उन पर अपने स्नातक और स्नातकोत्तर अंक पत्रों से आगरा विश्वविद्यालय में नौकरी पाने के लिए जालसाज़ी करने का आरोप था। इस मुआमले की सुनवाई अदालत में चल रही है। इसके अलावा कठेरिया 20 और मुआमलात में फंसे हुए हैं।
कठेरिया का पिछली सरकार के दौरान करियर
# | From | To | Position |
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01 | 2009 | 2014 | सदस्य, 15वीं लोक सभा |
03 | 2009 | 2014 | सदस्य, संसद के पटल पर रखे काग़ज़ात वाली समिति |
04 | 2009 | 2014 | सदस्य, आवेदन समिति |
02 | 2009 | 2014 | सदस्य, शहरी विकास समिति |
05 | 2009 | 2014 | सदस्य, ग्रामीण विकास सलाहकार समिति |
अनुसूचित जाति से जुड़े लोगों के हितों की रक्षा के लिए संवैधानिक निकाय राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में साढ़े सात महीने से अध्यक्ष का पद ख़ाली था। पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पी एल पुनिया का कार्यकाल अक्टूबर 2016 में खत्म हो गया था। जबकि पूर्व उपाध्यक्ष राज कुमार वेरका छह महीने पहले सेवानिवृत्त हो गए थे। पिछले साल नवंबर में राजू परमार ने आयोग के सदस्य के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया जबकि ईश्वर सिंह और पी एम कमालम्मा का कार्यकाल मार्च में खत्म हो गया था।
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