मुंबई — विवादों में घिरे रहने के शौक़ीन निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने सोशल मीडिया पर इस ख़बर की पुष्टि कर दी है कि उनको आंध्र प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और साउथ के दिग्गज सितारे रहे एनटी रामाराव की जिंदगी पर बायोपिक बनाने की आधिकारिक अनुमति मिल गई है।
रामगोपाल वर्मा इसे बतौर फ़िल्मकार अपने करियर की सबसे चुनौती भरी फ़िल्म मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस प्रस्ताव को लेकर वे पिछले एक साल से रामाराव के परिवार के साथ संपर्क में थे और कई बार मुलाकात भी कर चुके थे।
रामू इसे लेकर खुश हैं कि उनको ये बायोपिक बनाने की अनुमति मिल गई है। अभी तक ये नहीं पता चला है कि इस बायोपिक को लेकर रामाराव के परिवार और राम गोपाल वर्मा के बीच किन शर्तों पर ये सहमति हुई है। रामू ने इस बाबत कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया। उन्होंने इतना संकेत जरूर दिया कि वे जल्दी ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेंगे और इसे तेलुगू के अलावा साउथ की सभी भाषाओं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अंग्रेजी में भी डब किया जाएगा। हिंदी में भी इसे डब किए जाएंगे।
ख़बर है कि हैदराबाद स्थित एक बड़ा कॉरपोरेट घराना इस फ़िल्म को फाइनेंस करने के लिए तैयार हो चुका है। 80 के दशक में राजनीति के मैदान में उतरने वाले तेलुगू फिल्मों के बड़े सितारे एनटी रामाराव ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर सिक्का जमाया था और फिर देश की राजनीति में भी बड़ी भूमिका निभाई थी। उनके ही दामाद चंद्रबाबू नायडू ने बाद में बग़ावत करते हुए उनकी राजनैतिक पार्टी का संचालन अपने हाथ में ले लिया था।
एनटी रामाराव के बेटे एनटीआर जूनियर नाम से तेलुगू फिल्मों का बड़ा नाम माने जाते हैं। रामगोपाल वर्मा की कुछ समय पहले आई फ़िल्म रक्तचरित्र में शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा निभाई गई मुख्यमंत्री की भूमिका को एनटीआर के क़रीब माना गया था।
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