नई दिल्ली — केंद्रीय चुनाव आयोग ने जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही चुनावी प्रक्रिया शुरु हो गई है। आयोग की ओर से जारी अधिसूचना में नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 28 जून है।
राष्ट्रपति चुनाव में अगर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बनी तो मतदान की प्रक्रिया 17 जुलाई को पूरी की जाएगी और मतगणना 20 जुलाई को संपन्न होगी।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। अगले उपराष्ट्रपति का कार्यकाल अगस्त अंत में समाप्त हो रहा है। सत्तापक्ष राजग की ओर से अभी उम्मीदवार को लेकर कोई फ़ैसला नहीं हो सका है। जबकि कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों के बीच उम्मीदवार के नाम को लेकर कई दौर की बैठक हो चुकी है।
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर अब तक सुस्त रही भाजपा ने भी एक 3-सदस्यीय कमेटी गठित कर राजग के घटक दलों में आम सहमति बनाने की पहल कर दी है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली व शहरी विकास एवं सूचना प्रसारण मंत्री एम० वेकैया नायडू इस कमेटी के सदस्य हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने तीनों नेताओं से बीते मंगलवार को मुलाकात कर इस बाबत चर्चा भी की। वित्तमंत्री अरूण जेटली के दक्षिण कोरिया में बिज़नेस मीट से वापस आने के बाद कमेटी के तीनों सदस्य राजग के घटक दलों से मंत्रणा कर उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने का काम करेंगे।
राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी हुई तेज़
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज़ हो गई है। भाजपा की अगुवाई वाला राजग जहां उम्मीदवार के नाम पर घटक दलों में सहमति बनाने में जुटा है, वहीं विपक्ष भी इस चुनाव में सरकार से ज़ोर आज़माइश करने का मन बना चुका है। इस क्रम में केंद्रीय शहरी विकास व सूचना व प्रसारण मंत्री एम० वेंकैया नायडू ने बुधवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाक़ात की।
सिंह से भेंट के बाद नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनज़र हम दूसरे दलों से विचार-विमर्श करेंगे। वित्तमंत्री अभी बाहर हैं, उनके आने के बाद तीनों लोग इस दिशा में आगे बढ़ेंगे।
उम्मीदवार चयन के लिए विपक्षी दलों की बैठक बुधवार शाम 4 बजे
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनावों के लिए विपक्षी दलों ने चर्चा के लिए बुधवार शाम 4 बजे संसद लाइब्रेरी बिल्डिंग में बैठक बुलाई है। इसी सिलसिले में विपक्षी दलों का नेतृत्व कर रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दलों को एक साझा मंच पर लाने के लिए कोशिशें तेज़ कर दी हैं।
सोनिया गांधी ने चुनाव पर चर्चा के मद्देनज़र इस महीने की शुरुआत में विपक्षी पार्टियों के 10-सदस्यीय उपसमूह का गठन किया था।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार ‘विपक्षी पार्टियों के उपसमूह के सदस्यों की 14 जून को औपचारिक रूप से बैठक शुरू होगी और इस दौरान राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति चुनावों को लेकर चर्चा की जाएगी।’
उधर एनसीपी प्रमुख शरद पवार अपनी उम्मीदवारी को लेकर कह चुके हैं कि ‘मैं राजनीति से रिटायर नहीं होना चाहता। इसलिए राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल नहीं।‘
बैठक में राज्यसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद, लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जद(यू) नेता शरद यादव, राजद नेता लालू प्रसाद, सीपीआई नेता और महासचिव सीताराम येचुरी, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके नेता आर०एस०भारती और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल हैं। हालांकि बैठक में केसी त्यागी और जय प्रकाश भी शामिल हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने पिछले हफ़्ते ही अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 17 जुलाई का ऐलान किया था और मतगणना 20 जुलाई को कराने का ऐलान किया है।
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