नई दिल्ली — पर्यटन मंत्रालय हिंदी को यथासंभव अहमियत दे रहा है। सरकार और जनता के बीच वही भाषा प्रभावी हो सकती है जो आसानी से सभी को समझ में आ जाए। ये बातें केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कोलकाता में पर्यटन मंत्रालय की हिन्दी सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मंत्रालय हिन्दी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है।
सोमवार को भारत की सांस्कृतिक राजधानी कोलकाता में आयोजित पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में डॉ महेश शर्मा ने भाग लिया। इस अवसर पर शर्मा ने ज़ोर देते हुए कहा कि हम अपनी मातृभाषा यानि की हिंदी के विकास और उसके संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध हैं। देश का पर्यटन मंत्रालय इस दिशा में लगातार प्रयासरत है कि कैसे हिंदी को हम बड़े स्तर पर पहुँचा पर स्थापित कर सकें।
शर्मा ने कहा कि मंत्रालय को विदेशों से पर्यटकों को आकर्षित करने के अभियान के लिए बॉलीवुड के किसी चेहरे की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 2 साल में कई देशों की यात्रा की है और इस अवधि में भारत को लेकर धारणा महत्वपूर्ण तरीक़े से बदली है।” मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पद संभालने के बाद जिन देशों की यात्रा की है वहाँ से आने वाले पर्यटकों की संख्या में इज़ाफ़ा दर्ज किया गया है।
You must log in to post a comment.