जयापुर — 7 नवंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी संसदीय क्षेत्र के जयापुर गाँव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गोद लिया था; आज 1 वर्ष पूर्ण होने पर पता चलता है कि वास्तव में मूलभूत सुविधाओं से वंचित यह ग्राम आज एक आदर्श ग्राम बनकर सभी का स्वागत कर रहा है।
“सांसद आदर्श ग्राम योजना ऐसी है कि हक़ीक़त में कोई सांसद गांव को गोद नहीं ले रहा है, गांव सांसद को गोद ले रहा है; हम सबको मिलकर आदर्श-ग्राम बनाना है,” प्रधानमंत्री ने कहा था।
जयापुर गाँव के 30 फ़ीसद लोग खेती करते हैं और 20 फ़ीसद खेतीहर मजदूर हैं। यहां 34।1 फ़ीसद आबादी कामकाजी है।
उत्तर प्रदेश की साक्षरता दर 53 फ़ीसद है जबकि राष्ट्रीय साक्षरता दर 73 फ़ीसद है; लेकिन जयापुर की साक्षरता दर 76 फ़ीसद है। जयापुर गांव के 100 पुरुषों पर 62 महिलाएँ लिखना-पढ़ना जानती हैं।
जयापुर का लिंगानुपात उत्तर प्रदेश राज्य के लिंगानुपात से बेहतर है। प्रधान दुर्गा देवी केवल कक्षा आठ तक पढ़ी हैं, लेकिन अब वो लोगों को मिल-जुल कर सफाई करने और लड़कियों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
प्रस्तुत है 1 वर्ष में हुए विकास कार्यों की कुछ जानकारी एवं चित्र के माध्यम से उसकी झलक —
आर्थिक
गोद लिए जाने के बाद जयापुर गाँव में तीन राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाएं खुल गई हैं।
स्वच्छता
स्वयंसेवक सुनील सिंह एवं राहुल सिंह के नेतृत्व में युवाओं की टीम प्रतिदिन स्वच्छता अभियान को गति प्रदान कर रही है।
स्वास्थ्य
आयुर्वेद चिकित्सा के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए विगत 11 माह से वैद्य राजकुमार हेल्थ कैंप लगा रहे हैं। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की नर्सरी के बाद अब प्रधानमंत्री के आदर्श गांव जयापुर में उन्नत प्रजाति के फलों का बगीचा लगाने की तैयारी हो रही है। एलोवेरा के 200 पौधों के रोपण के बाद तुलसी, कालमेघ के पौधे लगे।
प्रकीर्ण
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गौशालाका निर्माण कार्य आरम्भ;
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सौरऊर्जा से रोशन प्राथमिक स्कूल;
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कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) प्रोजेक्ट के अंतर्गत गांव के प्राथमिक स्कूल में डिजिटल क्लास का शुभारम्भ;
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रेलआरक्षण केंद्र का शुभारम्भ;
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न्यूज़ीलैंडकी संस्था सीडीआई द्वारा स्मार्ट क्लास का शुभारम्भ;
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स्पीडपोस्ट एवं बीमा सुविधा से युक्त डाकघर;
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हस्तकलाविभाग की टीम ने रोजगार हेतु 400 युवक-युवतियों का पंजीकरण किया;
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भारतीयजीवन बीमा निगम कार्यशाला;
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16 बायो-शौचालय;
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वनवासीबस्ती का कायाकल्प — मूलभूत सुविधाओं से युक्त 16 परिवारों के लिए मॉडल आवास तैयार; व
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डाभीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा दलित बस्ती में स्थापित।
अटल नगर में पोर्च रोड के सामने मंदिर एवं हरा-भरा बगीचा है। शौचालय, स्नानालय एवं भोजनालय के साथ ही एक बड़े कमरे वाला घर उपलब्ध है।
यहाँ के विद्यालय भवन को सुंदर बनाया गया है। कन्या विद्यालय को उच्चीकृत किया गया है।प्राथमिक विद्यालय में 5 पंखे एवं हैंडपंप लगाए गए हैं।
समस्त ग्रामीणों का ‘जन-धन’ खाता खुल गया है एवं आधार कार्ड बन गया है।
महिला स्वावलंबन केंद्र तथा स्किल डिवेलपमेंट केंद्र (स्वीकृत) चालू हो चुके हैं।
बीएसएनएल द्वारा नवीन टावर स्वीकृत किया गया है, विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क कोचिंग सेंटर शुरू किया गया है।
बेटी के जन्म पर 5 पौधे लगाने की परंपरा का पुनरारंभ हुआ है। गाँव भर में बेटियों के जन्मदिवस मनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की एक नई शाखा खुली है। यूनियन बैंक द्वारा सौर ऊर्जा द्वारा संचालित कंप्यूटराईज्ड ब्रांच खुलने के 2 सप्ताह के अन्दर 35 लाख का फ़सल लोन स्वीकृत हुआ है। यहाँ जैविक खेती के लिए साप्ताहिक कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। हमने देखा कि एग्री क्लीनिक ने किसानों को जैविक खेती का लाभ एवं उर्वरक खाद से मिट्टी को होने वाले नुकसान बताए गए। प्रधानमंत्री द्वारा प्रेषित विशेष प्रजाति के 100 सेव के पौधे आरोपित किए गए।
नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत क्षेत्र में जागरुकता फैलाई गई।
एक आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र का प्रस्ताव प्रेषित हो चुका है।
पेयजल पंप और पाइपलाइन बिछाने का कार्य प्रगति पर है।
सीमेंट की ईंट बनाने के लिए 2 प्लांट लगाए गए हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए यात्री प्रतीक्षालय एवं बैठने हेतु अनेक स्थानों पर बेंच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। हाल ही में यहाँ इस अत्याधुनिक यात्री प्रतीक्षालय का उद्घाटन हुआ।
2 लाख लीटर क्षमता के ओवरहेड टैंक, पम्प एवं आपूर्ति पाइपलाइन का शिलान्यास किया गया।
कामकाजी महिलाओं को राजातालाब बाज़ार ले जाने हेतु वाहन सेवा आरम्भ हो चुकी है। ज्योति इस गांव की पहली महिला बस ड्राइवर एवं उनकी ही सहेली वर्षा बस कंडक्टर हैं। राजातालाब तक चलने वाली बसों को चलाने के लिए 18 गाँवों की बेटियों को प्रशिक्षण दिया गया है। गाँव के कामकाजी पुरुषों के लिए भी बस संचालन का प्रबंध है।
कम्प्यूटरीकृत उप डाकघर का सफल संचालन हो रहा है। गांव में डाकघर की एक शाखा पहले से थी।
पूर्णरूप से सौर ऊर्जा से रोशन होने वाला जयापुर प्रदेश का पहला ऐसा गांव है। गांव में 25-25 किलोवाट के 2 सोलर प्लांट लगाए गए हैं; 1 प्लांट से गांव के 250 घरों को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति, 25 वर्ष तक निःशुल्क विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।
यहाँ का ग्राम्य ज्ञान केंद्र अपने प्रकार का अनोखा केंद्र है जहाँ पुस्तकालय के अलावा ग्रामीणों और किसानों से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध है।
कन्या विद्यालय एवं महिलाओं व बच्चों के लिए अनोखी वातानुकूलित आंगनबाड़ी केंद्र “नन्द घर” बनकर तैयार हो चुका है। यह आंगनबाड़ी केंद्र भूकंपरोधी तकनीक से युक्त है। बिजली न रहने पर भी रोशनी और स्वच्छ हवा कमरे तक पहुँचेगी।
पानी की सुविधा : प्रत्येक घर में 2।5 इंच की पाइप लाइन लगाई जा रही है, जो गांव में ही बने टैंक के माध्यम से सप्लाई होकर पहुंचेगा; 4 मिनी नलकूप लगाए जा रहे, 2 की बोरिंग हो चुकी एवं 2 की बाकी है। 1 नलकूप आरम्भ होने के पश्चात 150 घरों में जलापूर्ति हो जाएगी।
सभी घरों के बाहर शौचालय का प्रबंध होगा। कुल 430 शौचालयों में से 300 का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष प्रगति पर है।
मुख्य द्वार से दलित बस्ती तक 3 किमी के सड़क मार्ग को इंटरलिंकिंग के माध्यम से बनाने का कार्य पूर्ण हो गया है।
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के सहयोग से दो बुनकर केंद्र संचालित हो रहे हैं। उत्पाद को देश-दुनिया के बाजारों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
आदर्श गांव जयापुर में इंग्लैंड की एक कंपनी (फर्स्ट स्टेट इन्वेस्टमेंट) का 3-सदस्यीय दल, इटली से कुछ छात्र, डॉक्टर, इंजीनियर और उद्योगपतियों का 10-सदस्यीय दल जयापुर गांव का विकास देखने पहुंचा।
जयापुर गाँव में अमरिकी पत्रकारों का दल पहुँचा एवं गाँव की जीवनशैली व विकास कार्यों का अध्ययन किया,
बाइक कंपनी के अधिकारी भी पहुँचे।
ई-लाइब्रेरी बीएचयू और काशी विद्यापीठ के छात्र-छात्राओं के सहयोग से आरम्भ हो गया है। गांव की महिलाओं को भी अब कंप्यूटर प्रयोग करने का मौक़ा मिलेगा। राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता योजना के अंतर्गत निःशुल्क कंप्यूटर शिक्षा केंद्र का उद्घाटन हुआ।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के माध्यम से 70% युवाओं को ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से रोज़गार दिया जाएगा।
महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए गांव में सिलाई प्रशिक्षण केंद्र (निःशुल्क) खोला गया है। केंद्र में 2 बैच चलाए जा रहे हैं और 30 लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण केंद्र का विस्तार शीघ्र किया जाएगा।
जयापुर के विकास के सम्बन्ध में ग्राम प्रधान दुर्गावती देवी ने कहा, “मोदी जी तो संस्कार के मालिक हैं, उन्हें सब पता है, उन्हें बताने की जरूरत थोड़े ही है।”
“जयापुर गाँव में अनवरत विकास-कार्य होंगे, किन्तु इसे सहेजने की ज़िम्मेदारी आपकी होगी,” राज्यपाल राम नाइक ने गाँव वासियों को संबोधित करते हुए कहा।
अमेठी में जो काम दस साल में नहीं हुआ, जयापुर में दस महीने में हो गया; राहुल गांधी को एकअति पिछड़े गांव को संवार कर उसे आदर्श गांव बनाने का तरीका प्रधानमंत्री जी से सीखना चाहिए,” अमेठी के किसान गणेश प्रसाद दुबे ने जयापुर भ्रमण के दौरान कहा।
कल यहाँ आदर्श ग्राम चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। छात्र-छात्राओं में आदर्श ग्राम निबंध लेखन प्रतियोगिता और ग्रामीण महिलाओं के लिए गृहसज्जा प्रतियोगिता हुई थी।
आज (7 नवम्बर) सांसद आदर्श ग्राम योजना की पहली वर्षगांठ है, जिसे विशेष बनाने के लिए गांव जयापुर में तैयारियां चरम पर हैं। प्रधानमंत्री के गोद लेने के बाद इस गांव में जो परिवर्तन हुए हैं, उसे देखते हुए ग्रामीण इस दिन को ‘ग्राम गौरव दिवस’ के रूप में मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
आज के कुछ और कार्यक्रम हैं — ग्राम गौरव दिवस विषयक संगोष्ठी के साथ समारोह, सबसे वयस्क व्यक्ति का सम्मान, दीपोत्सव का आयोजन, जिसमें गांव की दीयों से सजावट शामिल है।