देहरादून, 23 जनवरी (हि.स.)। उत्तराखंड में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भाजपा में धरना-प्रदर्शन और कीर्तन हुआ तो कांग्रेस कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ हुई। भाजपा ने जहां कांग्रेस के लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों को टिकट देकर उनके माध्यम से अपना जनाधार बढ़ाने का कार्य किया है, तो भाजपा में भी लगभग डेढ़ दर्जन सीटों पर विद्रोही चुनाव मैदान में हैं। इसी प्रकार कांग्रेस ने भी भाजपा के तमाम प्रमुख लोगों को जो टिकट के बाद विद्रोही हो गए थे उनको अपना उम्मीदवार बना लिया है।
कांग्रेस ने 63 उम्मीदवारों की सूची जारी की है उनमें से भाजपा के कई लोग शामिल किए गए हैं| इनमें पुरोला से भाजपा के बागी पूर्व विधायक राजकुमार, घनसाली से भाजपा के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य, रूड़की से भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश चन्द जैन, यमकेश्वर से भाजपा की पूर्व विधायक शैलेन्द्र रावत, बाजपुर से यशपाल आर्य की सहयोगी सुनीता बाजवा आदि लोगों को टिकट दिया है। इस कारण कांग्रेस में भी भारी विद्रोह की स्थिति है। इसी का प्रमाण है रविवार को कांग्रेस कार्यालय में भारी तोड़फोड़ जिसमें पुलिस बुलाने तक की नौबत आ गई।
कांग्रेस और भाजपा दोनों के पास ऐसे लोगों की फौज है जो दूसरे दलों से आए हैं जिनके कारण पार्टी में विद्रोह की स्थिति है। रविवार से प्रारंभ हुई कांग्रेस की तोड़फोड़ कार्रवाई सोमवार को भी जारी रही। कांग्रेस कार्यकर्ता इस बात को लेकर नाराज हैं कि वर्षों की पार्टी की सेवा के बाद भी ऐसे-ऐसे लोगों को टिकट दिए जा रहे हैं जो भले पार्टी के वरिष्ठ पदों पर हों, पर उस क्षेत्र में काम नहीं किया है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण सहसपुर विधानसभा क्षेत्र हैं जहां भाजपा के सहदेव पुण्डीर विधायक हैं, लेकिन वर्षों से यहां आर्येंन्द्र शर्मा तथा अल्पसंख्यक समाज के कई लोग जनसेवा में जुटे हुए हैं।
कांग्रेस पार्टी ने एक भी नेता के रिश्तेदार को टिकट न देकर परिवारवाद पर घिरी भाजपा से खुद को अलग दिखाने की कोशिश की, लेकिन इस चुनाव में उसकी भारी किरकिरी हो रही है। सच कहें तो भाजपा में अब तक के सभी पांचों मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, नारायण दत्त तिवारी, भुवन चन्द्र खंडूड़ी, डा. रमेश पोखरियाल निशंक तथा विजय बहुगुणा एक साथ हैं वहीं कांग्रेस की ओर से सीएम हरीश रावत पार्टी का घोषित चुनावी चेहरा हैं। उन्हें दो सीटों हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा से उम्मीदवार बनाया गया है ताकि पार्टी हरिद्वार और यूएस नगर में दूसरी सीटों पर उनके प्रभामंडल का फायदा ले सकें।
उत्तराखंड में कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा क्या हुई बवाल हो गया। नाराज आर्येंद्र शर्मा समर्थकों ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी। अपने चहेते प्रत्याशी को टिकट न मिलने पर आर्येंद्र शर्मा तथा अन्य दावेदारों के समर्थक भड़क गए और उन्होंने कार्यालय की छत पर चढ़कर तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम देना शुरू कर दिया| वह पोस्टर फाड़ने लगे तथा कुर्सियां तोड़ने लगे। कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के पोस्टर बैनर फाड़ दिए। उल्लेखनीय है कि सहसपुर विधानसभा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को टिकट दिया गया है।
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