नई दिल्ली — पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बसीरहाट में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पर जमकर राज्य-केंद्र के मध्य आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। भाजपा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हिंसा रोकने में नाकामी का आरोप लगा रही है। उधर ममता भाजपा पर हिंसा भड़काने की कोशिश का आरोप लगा रही हैं। इसी दौरान भाजपा नेता नुपुर शर्मा पर किसी दूसरे जगह की तस्वीर को पश्चिम बंगाल की बताकर सोशल मीडिया पर शेयर करने और सांप्रदायिक नफ़रत फैलाने का आरोप लगा है।
नुपुर शर्मा ने शनिवार को एक ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट कर लोगों से पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा के ख़िलाफ़ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की थी। शर्मा ने जिस तस्वीर को पोस्ट किया था उस पर लिखा था कि पश्चिम बंगाल में शांति और गरिमा का हर मोर्चे पर क्षरण हुआ है। तस्वीर में एक गाड़ी को जलते हुए दिखाया गया है। उसके आस-पास दंगाइयों की भीड़ दिख रही है।
नुपुर शर्मा के ट्वीट के बाद बड़ी संख्या में ट्विटर यूज़र्स ने उन पर ग़लत तस्वीर के माध्यम से नफ़रत भड़काने का आरोप लगाया। उद्धृत करते हुए एक ट्विटर वाले ने नुपुर को लिखा, “2002 के गुजरात दंगे की तस्वीरों का इस्तेमाल बंगाल में सांप्रदायिक नफ़रत फैलाने के लिए हो रहा है।”
दरअसल सोशल मीडिया फ़ेसबुक पर डाली गई तस्वीरों को लेकर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट सबडिवीजन के बादुरिया इलाके में हिंसा भड़क गई थी। एक समुदाय विशेष के लोगों ने उन तस्वीरों पर घोर आपत्ति जताते हुए उन्हें पोस्ट करने वाले समिक सरकार नामक युवक के घर में आग लगा दी। उन्होंने कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की और जगह-जगह मार्ग अवरुद्ध कर दिया। पुलिस जब उन्हें हटाने पहुंची तो उसके साथ भी संघर्ष हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हो गए।
हार ने मानने वाली नुपुर ने ट्विटर पर रात के 9:19 बजे लिखा —
Since trolls spent a sleepless night covering-up Basirhat violence, sharing media pics of the riots. Hope they report this to @WBPolice too pic.twitter.com/CFW5P4xqB4
— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) July 9, 2017
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